विनोद दास
1
गाँठ
एक मीठे समय में
तुमने अपनी बाँह मुझे दिखायीं !
जहाँ एक कड़ी गाँठ थी
चियाँ सी छोटी और कड़ी
फिर तुम मेरी अँगुली पकड़कर
ले गयीं अपनी पिंडलियों
कमलादास
अनुवाद रति सक्सेना
वर्तमान कवयित्रियों में शायद कमलादास का नाम सबसे ज्यादा विवादग्रस्त रहा है। अपने वक्त से पहले चलने वाली इस कवयित्री में बला का
देवी दित्ता--आदि कवि--(सत्रहवी सदी)
कवित्त
ठंडा- ठंडा पानी पिया जिन्होंने बर्फ की तरह
तवी का जल अब उन्हें कहाँ याद आएगा?
मीठे जिन्होंने आम खाए रस भरे , पके
उन्हें