अय्यप्पा पणिक्कर   अनुवाद‍ - रति सक्सेना अय्यप्पा पणिक्कर मलयालम कविता के प्रमुख हस्ताक्षर हैं। उन्हें आधुनिक मलयालम कविता के प्रवर्तक और प्रयोक्ता के रूप में जाना जाता
शाश्वत दुबे याद आती है तुम्हें ? कभी वो स्पर्श याद आती है तुम्हें? बहुत पहले जो छुआ था तुमसे । वो सुगंध याद आती है तुम्हें ? जो भीगी
मनुष्य के प्रकृति से सम्बन्ध को नकारा नहीं जा सकता है। मुझे हमेशा प्रतीत होता है कि मनुष्य अपने समस्त उल्लास खुशियां, प्रकृति के अवदान
प्रताप नारायण मिश्र   प्रताप नारायण मिश्र मूलतया गद्यकार के रूप में प्रसिद्ध हैं, किन्तु आपकी काव्य शक्ति भी अपने समय की कसौटी पर खरी उतरती
प्रेम की कविता ही सार्थक   आयरिश कवि रोज़न्सतैक और ईरानी कवि हकाकी से बातचीत   जगदीश शाहू   कविता का सार्वकालिक सच यही है कि प्रेम की कविता से बढ़
प्रान्तीयता मे वैश्विकता - तोरगेर शेजरवेन Torgeir Schjerven (नोर्वे के कवि) रति सक्सेना  अपनी नौर्वे यात्रा के दौरान (2009 में)ओस्लो में मुझे जिस कवि कलाकार दम्पति से
कविता को लेकर बड़े सवाल होते हैं, कविता क्या है और क्या नहीं है, इस बारे में कविगण ही नहीं पाठक भी संशय में हैं।
अकबर (मलयालम कवि) Translated by Rati Saxena   होसन्ना   भोर के आरंभ में, कोमल हथेली यरूशलेम में, चर्च की घंटी। बजा रही है   घायल बच्चों के ऊपर. जैतून की शाखाएं हिल रही हैं मसीहा कहाँ है? बमों
यू जियान  -(चीन के समकालीन महत्वपूर्ण कवि)   अंग्रेजी से अनुवाद रति सक्सेना     देर रात, युन्नान का एक सुदूर हिस्से में यू जियान     देर रात, युन्नान का एक सुदूर हिस्से
शंख घोष   (बांग्ला ) अनुवाद -- मीता दास     शिशुओं ने भी जान लिया है     वह दिन कितना अभागा दिन था जिस दिन शिशुओं ने जान लिया कि पेड़ कभी बोल