अधजली हालत में खंडहर बने मकान, बेड़ियों से जकड़ा वर्तमान, आज के समय को जब इतिहास बनाएंगे तो क्या दिखाएंगे?  दृष्टि और आवाज को घोंटने की
आरचेतन क्रांति : चेतना का प्रतिवादी स्वरकुमार मुकुल (अमरेन्‍द्र कुमार) धूमिल के बाद चेतन के यहाँ चेतना का प्रतिवादी स्वर सर्वाधिक मुखर है। चेतन इस मामले
 युद्ध के इस कठिन दौर में यह जरूरी है कि हम उनकी आवाज को रेखांकित करें, जो इस आपदा से गुजरे हों। यही कारण है
जैक हिर्शमैन  समकालीन वैश्विक कवियों में जैक हिर्शमैन  का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। मेरा उनसे परिचय मैडिलीन पोइट्री  फेस्टीवल में 2011 में हुआ
प्रस्तुत अंक में हिन्दी भाषा के तीन समकालीन कवियों की कविताओं को स्थान दिया है। समकाल में हिन्दी कविता की प्रस्तुति में भिन्नता देखी जा
इस कविता विहीन वक्त में  लगातार कविता से जुडा रहना कुछ ज्यादा तो नहीं, लेकिन कुछ तो मायने रखता है। कृत्या 2005  से लगातार कविता
सीताकांत महापात्र विश्वख्याति प्राप्त उड़िया के प्रमुख कवि हैं। आप के अनेक काव्य ग्रन्थों का हिन्दी के अतिरिक्त अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है। ज्ञानपीठ
समकालीन कविता में तीन महत्वपूर्ण युवा कवि प्रस्तुत हैं. विजयाराजमल्लिका मलयालम और अंग्रेजी में लिखने वाली ट्रांसजेंडर कवि हैं, जिन्होंने कम समय में नाम कमाया
बच्चा लाल "उन्मेष" "जिनके होने से भी कोई फायदा नहीं, उसे बुत ही जानो, इससे ज्यादा नहीं"  कमल मेहता द्वारा प्रस्तुत  स्थापित कवियों/लेखकों में जगह बना पाने के
शहंशाह आलम की कविताओं को आज के वक्त में रेखांकित करना इसलिए भी जरूरी है कि उनकी आवाज हाशिये में ढकेले जाते जन की आवाज