अनवर सुहैल की कविताएँ एक  तुमने पूछा तो यूँ पाँव थम से गएहम तो चलते रहे मगर अब थक गएपहले भी  करते थे कितना सफ़रराह में
रमाकान्त रथ जी की मृत्यु हाल ही में हुई है, वे उड़िया के महत्वपूर्ण कवि थे। मेरी उनसे मुलाकात पुरी में हुई थी। उनसे संवाद
देवी दित्ता--आदि कवि--(सत्रहवी सदी) कवित्त ठंडा- ठंडा पानी पिया जिन्होंने बर्फ की तरह तवी का जल अब उन्हें कहाँ याद आएगा? मीठे जिन्होंने आम खाए रस भरे , पके उन्हें
रात जाने लगी तो आसमान बोला..शुभयात्रा उसके शब्द सुनहरे रंगों में बदल गए, तने ने मुस्कुरा कर सावन से पूछा.. कैसे हो? लाल पीले शब्द फूल बन कर
देवेश पथ सारिया  शीर्षक : जब परखी जा रही होती है सुंदरता एक सौंदर्य प्रतियोगिता में पूछा गया एक प्रश्न :आपके लिए सफलता का मतलब क्या है? जैसा
 सुशांत सुप्रिय इंस्पेक्टर मातादीन के राज में ( हरिशंकर परसाई को समर्पित )जिस दसवें व्यक्ति को फाँसी हुईवह निर्दोष थाउसका नाम उस नौवें व्यक्ति से मिलता थाजिस
इस अंक में हम कलाकार कवि देव प्रसाद चौधरी के कविता पोस्टर प्रस्तुत कर रहे हैं. कविता के नाम पर यह नया प्रयोग बेहद उपकारी
जब मैं उड़िया के प्रमुख कवि रमाकान्त रथ जी से संवाद कर रही थी, तो  यह बात निकल कर आई कि कविता और तिरस्कार एक
सिद्ध कवि मिला रेपा (17 सदी AD)   अनुवाद और प्रस्तुतिः अजेय   भारतीय सिद्ध तिलोपाद की परंपरा में सिद्ध मिलारेपा संभवतः पहले तिब्बती भाषा के सिद्ध कवि हैं।
कवि की नागरिकता स्वप्निल श्रीवस्ताव ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, कितना अजीब है न / जिन फूलों का खाने में उपयोग नही होता उन्हें राष्ट्रीय फूल कहते है जैसे कि कमल चंद्रमोहन फूलों की नागरिकता कवि