दरख्त जो ढह गया मलयालम के अग्रगणणीय कवि अय्यप्प पणिक्कर के जीवन और कविता कर्म के बारे में   रति सक्सेना   उत्तर केरल का नदियों और समुद्री झीलों से
भाई वीर सिंह (1872-1957)   भाई वीर सिंह (1872-1957)का जन्म उस समय हुआ था जब भारत में कई सुधारवादी आन्दोलन चल रहे थे और अपनी संस्कृति को
जोशना बैनर्जी आडवानी १. एक सहायिका का मरना
"कविता मात्र आवेग नहीं अनुभव है" राइनेर मारिया रिल्के की यह उक्ति भी आवेग जनित नहीं बल्कि लम्बे अनुभवों का परिणाम है। आवेग क्षण भर
निकोलस एंटोनियोली अंधविश्वास अंधविश्वासबड़ी संख्या में हैमैं रियो ग्रांडे के जुजुय में बैठ करसबसे कम अपेक्षित सुबह के 11 बजेमैं लिख रहा हूं, बिना समझे कि मैं
युवा कवि मोहनमुक्त युवा लेखक कमल मेहता   हिंदी दलित कविता में ओमप्रकाश वाल्मीकि और मलखान सिंह के बाद एक ठहराव सा आ गया था। मैं तो
ओक्तावियो पाज अनुवादः राजी सेठ (अंग्रेजी से) प्रथम जनवरी वर्ष का द्वार खुलता है, जैसे अज्ञात के लिए सिरजी किसी भाषा का द्वार गत रात तुमने कहा था कल हमें सोचने
रात जाने लगी तो आसमान बोला..शुभयात्रा उसके शब्द सुनहरे रंगों में बदल गए, तने ने मुस्कुरा कर सावन से पूछा.. कैसे हो? लाल पीले शब्द फूल बन कर
चन्द्र की कविताएं    सुंदर तो बस काम होते हैं  बैल हांकते हुएया कंधे पर कुदाल या लकड़ी का हल ढोते हुए जब हम खेतों से घरों की
राजकुमार श्रेष्ठ   निर्वस्त्र होना   बादलों के सरकने से निर्वस्त्र नहीं होता आसमान। लगातार पानी के बहते रहने से भी निर्वस्त्र नहीं होती नदी। नहीं होता निर्वस्त्र पेड़ पत्तों के झड़ते रहने से